CIBIL Score में अब नहीं होगी देरी, लोन एप्लिकेशन बनेगा पहले से भी आसान

Rashmi Kumari -

Published on: July 23, 2025

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जब हम अपने सपनों का घर लेने, बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेने या मुश्किल समय में पर्सनल लोन की बात करते हैं, तो सबसे पहले जो नाम सामने आता है, वो है CIBIL Score। यह वही नंबर होता है जो आपकी क्रेडिट योग्यता को बताता है, और इसी के आधार पर बैंक या फाइनेंस कंपनी आपको लोन देती है या नहीं, यह तय करती है। लेकिन अब इस स्कोर से जुड़ा एक बड़ा बदलाव हुआ है, जो करोड़ों लोन लेने वालों के लिए एक बड़ी राहत बनकर आया है।

आरबीआई ने बदले नियम, अब हर लेन-देन का तुरंत असर पड़ेगा CIBIL Score पर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने CIBIL Score को लेकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। अब CIBIL Score की जानकारी हर 15 दिन में एक बार नहीं, बल्कि रियल टाइम में अपडेट की जाएगी। यानी जैसे ही आप कोई EMI भरते हैं, लोन चुकाते हैं या नया लोन लेते हैं, आपकी क्रेडिट प्रोफाइल तुरंत अपडेट हो जाएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि कोई भी गलती या लेट अपडेट अब आपकी साख को नुकसान नहीं पहुंचाएगी।

डेटा होगा पारदर्शी और भरोसेमंद, कर्जदारों को मिलेगा सीधा फायदा

RBI के डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव ने ट्रांसयूनियन सिबिल जैसी सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि अब वे बैंक और वित्तीय संस्थानों से रियल टाइम में डेटा लें और साझा करें। इससे न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि सिस्टम में विश्वास भी मजबूत होगा। अब लोन लेने वाले व्यक्ति को यह जानने के लिए हफ्तों का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा कि उनकी क्रेडिट रिपोर्ट में क्या चल रहा है। हर भुगतान और हर व्यवहार का असर तुरंत दिखेगा।

तकनीक लाएगी बदलाव, लेकिन निवेश भी जरूरी

इस फैसले से जहाँ कर्ज लेने वालों को राहत मिलेगी, वहीं सिबिल और दूसरी क्रेडिट एजेंसियों को तकनीक, प्रक्रिया और डेटा मैनेजमेंट में निवेश करना पड़ेगा। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव से जो फायदे होंगे, वे लागत से कहीं अधिक होंगे। इससे क्रेडिट रिपोर्ट की शुद्धता बढ़ेगी और डिफॉल्ट की स्थिति आने से पहले ही स्थिति संभाली जा सकेगी।

गलत पहचान और दोहराव से भी मिलेगी मुक्ति

रिजर्व बैंक ने यह भी माना है कि गलत पहचान और डुप्लिकेट डेटा के कारण लोगों की साख पर गलत असर पड़ता है। अब इस नई व्यवस्था से गलत रिपोर्टिंग की संभावना भी कम होगी क्योंकि पहचान मानकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इससे क्रेडिट संस्थानों की निर्भरता और उनकी रिपोर्टिंग में सुधार आएगा।

बैंकों को भी रहना होगा सतर्क, डिफॉल्ट से निपटने की तैयारियाँ होंगी जरूरी

रिजर्व बैंक ने बैंकों को भी सलाह दी है कि वे बढ़ते डिफॉल्ट और लोन रिस्क से निपटने के लिए मजबूत तैयारी करें। इसके लिए उन्हें अपने आंतरिक मॉडलों में पारदर्शिता, सत्यापन और निगरानी की प्रक्रिया को और बेहतर बनाना होगा। तभी यह नया नियम अपने पूरे असर के साथ लोगों को फायदा पहुँचा पाएगा।

आम आदमी के लिए बड़ी राहत है यह बदलाव

CIBIL Score की रियल टाइम अपडेट की सुविधा लोन लेने वालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अब कोई भी छोटी सी गलती या समय पर अपडेट न होना आपके फाइनेंशियल भविष्य को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। पारदर्शिता और विश्वास के साथ ये सिस्टम आपको एक नई ताकत देगा अपने सपनों को साकार करने की।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और आरबीआई के सार्वजनिक बयानों पर आधारित है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले संबंधित आधिकारिक वेबसाइट या वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।[Related-Posts]

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Rashmi Kumari

मेरा नाम Rashmi Kumari है , में एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही हूं। फिलहाल, मैं Vivekananda Matric School पर तकनीकी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विषयों पर आर्टिकल लिख रही हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा जानकारी को सरल और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करना है, ताकि पाठक उसे आसानी से समझ सकें और उसका लाभ उठा सकें।

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