जब बात हो एक सुरक्षित भविष्य की, नौकरी की स्थिरता की और सामाजिक सुरक्षा की, तो EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) जैसे संस्थान एक मजबूत सहारा बनते हैं। मई 2025 में EPFO ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए रिकॉर्ड 20.06 लाख नेट सदस्यों को जोड़ा है। यह संख्या अब तक की सबसे अधिक है जब से अप्रैल 2018 में पेरोल डेटा ट्रैक करना शुरू किया गया था।
युवा वर्ग की भागीदारी सबसे आगे

इस पूरी वृद्धि में 18 से 25 वर्ष की उम्र वाले युवाओं की भागीदारी सबसे अधिक रही। इस उम्र वर्ग में EPFO से जुड़े नए सदस्यों की संख्या 5.60 लाख रही, जो मई 2025 में जुड़े कुल नए सदस्यों का 59.48% है। यह साफ तौर पर दर्शाता है कि संगठित क्षेत्र में अब सबसे ज़्यादा युवा, खासकर पहली बार नौकरी करने वाले, अपना भविष्य सुरक्षित करना चाह रहे हैं। अप्रैल की तुलना में इस वर्ग में 14.53% की वृद्धि दर्ज की गई है।
इतना ही नहीं, इस आयु वर्ग में कुल 8.73 लाख नेट पेरोल ऐडिशन भी हुआ, जो दर्शाता है कि ये युवा लंबे समय तक संगठित क्षेत्र में बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नौकरी बदलने वालों की दोबारा वापसी
मई 2025 में लगभग 16.11 लाख ऐसे सदस्य थे जो पहले EPFO छोड़ चुके थे लेकिन अब उन्होंने दोबारा जुड़ने का निर्णय लिया। यह आंकड़ा अप्रैल की तुलना में 2.12% और पिछले साल मई की तुलना में 14.27% अधिक है। यह ट्रेंड दिखाता है कि अब कर्मचारी अपने भविष्य निधि को अंतिम भुगतान में लेने के बजाय, उसे एकत्रित रखने का विकल्प चुन रहे हैं – जो उनके दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा के लिए एक बहुत अच्छा कदम है।
महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि
मई 2025 में लगभग 2.62 लाख नई महिला सदस्य EPFO से जुड़ीं, जो कि एक महीने पहले की तुलना में 7.08% और पिछले साल की तुलना में 5.84% अधिक है। कुल मिलाकर, महिला सदस्यों का नेट पेरोल ऐडिशन लगभग 4.25 लाख रहा, जिसमें 7.54% महीने दर महीने और 15.04% साल दर साल की बढ़ोतरी हुई। यह एक सकारात्मक संकेत है कि देश में कार्यबल पहले से ज्यादा समावेशी और विविध हो रहा है।
महाराष्ट्र सबसे आगे, अन्य राज्यों में भी तेज़ बढ़ोतरी
देशभर में EPFO से जुड़ने वालों में सबसे अधिक योगदान महाराष्ट्र का रहा, जहां अकेले 20.33% नेट पेरोल जुड़ाव दर्ज किया गया। इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में भी जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली, जिन्होंने 5% से अधिक नेट पेरोल में योगदान दिया।
विशेषज्ञ सेवाओं और गारमेंट इंडस्ट्री में तेज़ी

अगर उद्योगों की बात करें तो विशेषज्ञ सेवाएं, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रिकल और मेकेनिकल प्रोडक्ट्स, फाइनेंसिंग, और गारमेंट मेकिंग जैसे क्षेत्रों में जबरदस्त पेरोल ग्रोथ देखी गई। सिर्फ विशेषज्ञ सेवाएं ही कुल नेट पेरोल का 44.61% हिस्सा रखती हैं, जिसमें से 51.71% केवल मैनपावर सप्लायर्स से आया है।
EPFO द्वारा मई 2025 में जोड़े गए रिकॉर्ड 20 लाख सदस्य केवल एक संख्या नहीं, बल्कि एक संकेत हैं – उस नए भारत का, जो युवाओं, महिलाओं और हर कर्मचारी को सुरक्षित, संगठित और आत्मनिर्भर बनाना चाहता है। ये आंकड़े ना सिर्फ वर्तमान सरकार की रोजगार और सामाजिक सुरक्षा नीतियों की सफलता को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी साबित करते हैं कि आज का युवा अपने कल के लिए सजग है।[Related-Posts]
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और सरकारी स्रोतों पर आधारित है। कृपया किसी भी प्रकार की वित्तीय योजना बनाने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
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