RBI: नमस्ते दोस्त, क्या आपने भी हाल ही में सुना है कि RBI ने अपनी Repo दर में 1 % की कटौती की है? इस खबर ने निवेशकों की नींदें उड़ा दी हैं कि कहीं PPF, NSC जैसी सुरक्षित बचत योजनाओं के रिटर्न में भी कमी न आ जाए। तो चलिए जानते हैं पूरी सच्चाई एक आसान और दिल से जुड़ी हुई कहानी के साथ।
सरकार ने फिर दी राहत: ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं 30 जून 2025 को वित्त मंत्रालय ने एक घोषणा की जिसने निश्चिंतता फैला दी। जुलाई सितंबर 2025 की तिमाही के लिए PPF, NSC, SCSS, SSY, KVP, MIS, और पोस्ट ऑफिस डिपॉज़िट जैसी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें जस की तस बनी रहेंगी । यह लगातार छठी तिमाही है जब इनमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
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क्यों नहीं हुआ ब्याज दरों में कटौती

RBI की Repo दर घटने से सामान्य तौर पर बैंकों की FD दरों में कमी आती है, लेकिन सरकार ने बचतकर्ताओं की सुरक्षा की दृष्टि से अपने रुख में मजबूती दिखाई। PPF और NSC जैसे स्कीम्स लोगों की शादी, शिक्षा, रिटायरमेंट जैसी ज़िंदगी की लंबी योजनाओं का हिस्सा होती हैं। अगर इनकी दरें अचानक गिर जाएं तो सामान्य परिवारों की उम्मीदें टूट सकती हैं ।
ब्याज दरों की स्थिरता का क्या मतलब है
सरकार ने ब्याज दरों के निर्धारण में Shyamala Gopinath समिति द्वारा सुझाए गए आधार पर बाज़ार के सरकारी सिक्योरिटीज के यील्ड के हिसाब से दरें तय की हैं । इस तिमाही में जहां G‑sec यील्ड घटने की वजह से दरें गिरने की चर्चा थी, वहीं सरकार ने यह संकेत दिया कि अभी आर्थिक सुधार और घरेलू बचतों को सक्रिय बनाए रखने की दिशा में इन्हें स्थिर रखा गया है।
रिजल्ट: अब क्या बदलता है आपके निवेश पर

इस निर्णय से आप बिना किसी चिंता के उसी नियमित रिटर्न पर भरोसा कर सकते हैं, जिसकी उम्मीद आपने लगाई थी चाहे वह PPF के 7.1% पर हो या NSC के 7.7% पर । यह स्थिरता निश्चितता देती है और निवेश की योजनाओं को आहत होने से बचाती है।[Related-Posts]
RBI की Repo दर में कटौती के बावजूद, सरकार ने PPF, NSC और अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को स्थिर रखकर यह संदेश दिया है कि आम निवेशकों का भरोसा उसके लिए मायने रखता है। इस निर्णय से आपका भविष्य सुरक्षित है और योजनाएं उसी रफ्तार से आगे बढ़ती रहेंगी जैसी आपने सोची थीं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। निवेश से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें, क्योंकि हर निवेश भरोसे और जोखिम को साथ ले कर चलता है।