IIT के इस होनहार छात्र को Meta ने दिया 100 मिलियन डॉलर का ऑफर, OpenAI को कहा अलविदा

Rashmi Kumari -

Published on: July 4, 2025

IIT: कभी-कभी कुछ फैसले पूरे तकनीकी जगत को चौंका देते हैं। ऐसा ही एक नाम इन दिनों चर्चा में है त्रपित बंसल, जो IIT कानपुर के पूर्व छात्र हैं और जिनका पहला पूर्णकालिक कार्य अनुभव दुनिया की सबसे चर्चित AI कंपनी OpenAI में रहा। लेकिन अब उन्होंने Meta की सुपरइंटेलिजेंस यूनिट में शामिल होने का फैसला कर लिया है, और बताया जा रहा है कि इसके लिए उन्हें 100 मिलियन डॉलर तक का आकर्षक ऑफर दिया गया है।

OpenAI से Meta तक का सफर

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त्रपित बंसल ने जनवरी 2022 में OpenAI में बतौर Member of Technical Staff अपनी यात्रा शुरू की थी। यहीं पर उन्होंने reinforcement learning और reasoning से जुड़े कई क्रांतिकारी रिसर्च प्रोजेक्ट्स में योगदान दिया। उनके साथ इस क्षेत्र के दिग्गज Ilya Sutskever जैसे को-फाउंडर भी काम करते थे। AI मीडिया आउटलेट TechCrunch ने भी उन्हें “एक प्रभावशाली OpenAI शोधकर्ता” के रूप में सम्मानित किया है।

OpenAI में अपने कार्यकाल के दौरान बंसल ने एक ऐसे मॉडल का भी सह-निर्माण किया जिसे “01” कहा जाता है, हालांकि इसके तकनीकी विवरण अब तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।

कौन हैं त्रपित बंसल?

त्रपित बंसल एक भारतीय मूल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शोधकर्ता हैं, जिनकी शिक्षा का सफर IIT कानपुर से शुरू हुआ था। उन्होंने गणित और सांख्यिकी में स्नातक की डिग्री ली और फिर अमेरिका के University of Massachusetts Amherst से कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।

अपने शैक्षणिक जीवन के दौरान उन्होंने IISc बेंगलुरु, Facebook, Google और Microsoft जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में इंटर्नशिप की। 2017 में उन्होंने OpenAI में भी एक इंटर्नशिप की थी, जिससे उनका तकनीकी सफर गहराई से जुड़ गया।

Meta का सुपरइंटेलिजेंस मिशन

Meta ने हाल ही में एक नई “सुपरइंटेलिजेंस” यूनिट की शुरुआत की है और इसके लिए दुनिया के सबसे बेहतरीन AI रिसर्चर्स को अपनी टीम में शामिल किया जा रहा है। इसी सिलसिले में बंसल को शामिल किया गया है। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा – “Thrilled to be joining Meta! Superintelligence is now in sight.”

हालांकि, OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने Meta पर आरोप लगाया है कि वो OpenAI के रिसर्चर्स को आकर्षित करने के लिए $100 मिलियन के पैकेज दे रही है। इसके जवाब में Meta के CTO एंड्रयू बोसवर्थ ने इन दावों को “भ्रामक” और “बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया” बताया।[Related-Posts]

क्या बदलने वाला है AI की दुनिया में

त्रपित बंसल का OpenAI से Meta की ओर जाना केवल एक व्यक्ति का करियर बदलाव नहीं है, बल्कि यह उन कंपनियों के बीच चल रही टेक्नोलॉजी रेस का भी संकेत है जो भविष्य की AI सुपरपावर बनने की दौड़ में हैं। Meta का यह कदम उसकी महत्वाकांक्षा को दर्शाता है कि वह सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि अब AI और सुपरइंटेलिजेंस की दिशा में भी निर्णायक बढ़त बनाना चाहती है।

वहीं OpenAI को भी अब अपनी टीम की रक्षा के लिए और अधिक मजबूती और लचीलापन दिखाना होगा क्योंकि इस प्रतिस्पर्धा में सिर्फ पैसा ही नहीं, बल्कि जुनून और दूरदृष्टि भी बड़ी भूमिका निभाते हैं।

त्रपित बंसल की यह यात्रा उन लाखों भारतीय छात्रों और तकनीकी पेशेवरों के लिए प्रेरणा है जो अपने कौशल और मेहनत से दुनिया के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म्स में अपनी जगह बना रहे हैं। यह कहानी यह भी दिखाती है कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में अब सिर्फ विचारों की लड़ाई नहीं, बल्कि टैलेंट की भी बड़ी जंग शुरू हो चुकी है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी वित्तीय, करियर या कानूनी सलाह के रूप में न मानी जाए। किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

Rashmi Kumari

मेरा नाम Rashmi Kumari है , में एक अनुभवी कंटेंट क्रिएटर हूं और पिछले कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में काम कर रही हूं। फिलहाल, मैं Vivekananda Matric School पर तकनीकी, स्वास्थ्य, यात्रा, शिक्षा और ऑटोमोबाइल्स जैसे विषयों पर आर्टिकल लिख रही हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा जानकारी को सरल और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करना है, ताकि पाठक उसे आसानी से समझ सकें और उसका लाभ उठा सकें।

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