RBI: आप जब अपने खाता से एटीएम या डेबिट कार्ड से पैसे निकालते हैं, तो छोटे-छोटे बदलाव भी आपकी रोजमर्रा ज़िंदगी को कितना असर कर सकते हैं, यह समझना मुश्किल हो सकता है। लेकिन RBI की नई गाइडलाइंस ने इसे आसान बना दिया है, और यह बदलाव आपके लिए आर्थिक राहत लेकर आया है। मई 2025 से लागू हुए ये नियम अब स्पष्ट हो रहे हैं और जुलाई से इनके लाभ धीरे-धीरे आपके हर लेन-देन में झलकेंगे।
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एटीएम लेन-देन में राहत की हवा

अब आपके लिए यह खुशखबरी है कि मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के ATM से महीने में तीन मुफ्त लेन-देन का लाभ मिलेगा, जबकि नॉन‑मेट्रो शहरों में यह सीमा बढ़कर पांच हो गई है। इसके साथ ही, आपके अपने बैंक के एटीएम पर भी महीने में पांच मुफ्त निकासी की छूट दी गई है। यह बदलाव हर माह आपके जेब पर पड़ने वाले दबाव को सिर्फ़ ₹2–3 रुपये ही कम करेगा, लेकिन जब बार‑बार की जाने वाली निकासी की बात आती है तो इसका असर बड़ी राहत ला सकता है ।
ATM से पैसे निकालने का शुल्क अब उन ट्रांजैक्शन के लिए ₹23 तय किया गया है जो कि मुफ्त लिमिट के बाहर होंगे। पहले यह शुल्क ₹21 था, लेकिन नई व्यवस्था में यह थोड़ा बढ़ा है। हालांकि, मुफ्त लिमिट मिलने से कई लेन‑देन बिना किसी अतिरिक्त खर्च के संचालित होंगे।
ICICI और HDFC के बदलाव आपके लिए मायने रखते हैं
जुलाई 2025 से ICICI बैंक में आपके खाते से पांच मुफ्त ATM निकासी की सुविधा रहेगी। अगर आप फिर ATM का उपयोग करना चाहते हैं तो हर ट्रांजैक्शन पर ₹23 देने होंगे। लेकिन, बैलेंस जांचने जैसे गैर-नकद लेन‑देन (non-financial transactions) अभी भी मुफ्त रहेंगे।
ICICI की ही तरह HDFC और अन्य प्रमुख बैंकों ने भी अपनी क्रेडिट और डेबिट कार्ड सर्विसेस के शुल्क संरचना को नया स्वरूप दिया है।
IMPS ट्रांजैक्शन पर अब ₹2.50 से लेकर ₹15 तक का रेंज तय है, जो ट्रांजैक्शन अमाउंट पर निर्भर करेगा ।
कार्ड वॉलेट इस्तेमाल करने वालों की कहानी
इन नए नियमों में एक बड़ा बदलाव क्रेडिट कार्ड और डिजिटल वॉलेट (जैसे Paytm, Mobikwik आदि) के खर्च पर लागू शुल्क की सीमा तय कर रहा है। अब गेमिंग ऐप्स (Dream11, MPL) पर अगर आप ₹10,000 से अधिक खर्च करते हैं, तो बैंक 1% का अतिरिक्त शुल्क लगाएगा, जिसे अधिकतम ₹4,999 तक रखा गया है। यही नियम अन्य डिजिटल वॉलेट्स, बिल या रेंट पेमेंट पर भी लागू होगा
इसका असर आपकी रोजमर्रा ज़िंदगी पर
ये बदलाव इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि बैंक से पैसे निकालना, IMPS या बिल-पेमेंट जब भी हो, हर लेन‑देन आपके जेब पर तेज़ी से बट्टा लगा सकता है। लेकिन RBI के नए नियमों के तहत सीमित फ्री ट्रांजैक्शन और निर्धारित शुल्क से आपके खर्चे मुख्यतः निश्चित हो गए हैं। अब जरूरत पड़ी तो सोच-समझकर पैसे निकालेंगे, अनजाने में शुल्क चुकाना कम होगा और डिजिटल भुगतान का अनुभव सुविधाजनक बनेगा।[Related-Posts]
बदलाव की व्यापक अहमियत
यह सिर्फ नियम नहीं, बल्कि RBI की तरफ से एक सकारात्मक संकेत है कि वह आम ग्राहक की ज़रूरतों और जीवनशैली को समझ रहा है। अब जब आप ATM जाएँगे, बिल भरेंगे या कहीं ऑनलाइन भुगतान करेंगे, तो आपके खर्च में नया संतुलन रहेगा। छोटे शुल्क नियंत्रित रहेंगे, मुफ्त सीमा मिलेगी और हर कदम पर आपका भरोसा मजबूत होगा।
दिल से महसूस करें यह बदलाव

सोचिए उन घरों की जहां बुज़ुर्ग दादा-दादी अपने बैंक खाते से निकालते समय हर रुपये के प्रति सचेत रहते थे। अब उनके लिए ATM पर मुफ्त निकासी, डिजिटल वॉलेट पर समझदारी भरा खर्च, और तय‑शुल्क की व्यवस्था जबरदस्त राहत लेकर आएगी। इन बदलावों से न सिर्फ उनकी आर्थिक यात्रा आसान होगी, बल्कि यह आत्म‑सम्मान में भी बढ़ोतरी का कारण बनेगा।
Disclaimer: यह लेख RBI और प्रमुख बैंकों द्वारा जारी अपडेट्स पर आधारित है। बैंक नियमों और शुल्क संरचनाओं में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं, इसलिए अंतिम जानकारी और पुष्टिकरण के लिए कृपया अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या सेवा केंद्र से संपर्क करें।